समसामयिक (नवरात्रि पर्व पर विशेष)

प्रिय पाठक गण,
सादर नमन,
            आप सभी को मंगल प्रणाम, आज से शारदीय नवरात्रि का आरंभ होने जा रहा है, देवी मां सभी के जीवन में समृद्धि प्रदान करें ,यही शुभकामना।
            किसी कारणवश यह लेख एक दिन बाद पोस्ट कर रहा हूं, हमारी संस्कृति में नारी को विशिष्ट स्थान प्रदान किया गया है, वह प्रथम पूज्य है, वैसे भी नारी कई मायनों में धन्य है। वह एक मां, एक कुशल गृहिणी, एक सास, एक भाभी, एक बहन, बुआ, मासी, बहू इस प्रकार के विभिन्न किरदारों को अपने भीतर कुशलतापूर्वक समाए हुए हैं।
           यह किसी भी नारी की आंतरिक शक्ति ही है कि वह इन विभिन्न किरदारों में आवश्यक तालमेल कर लेती है, वह किसी को भी शिकायत का कोई मौका नहीं देती, वह अपने विभिन्न दायित्व व रिश्तो का कुशलतापूर्वक समाज में निर्वहन करती है, वह भी बिना किसी स्वार्थ के, बस वह अपने आत्म सम्मान की आकांक्षा किए हुए होती है, उसे अपना आत्म सम्मान प्यारा होता है,ईश्वर ने नारी के हृदय में ममत्व  का भाव दिया है, तथा इसी भाव के सहारे वह सभी का परिपालन करती है, यही उसकी अद्भुत सामर्थ्य भी है, जो ईश्वर ने उसे प्रदान की है।
                 वह शक्ति स्वरूपा भी है, ममतामयी भी है, उसके विभिन्न स्वरूप है,इन विभिन्न स्वरूपों की हम नवरात्रि में आराधना करते हैं, नवरात्रि पर्व में दुष्टों की दुष्ट प्रवृत्तियों का विनाश हो, उनमें सद्बुद्धि का संचार हो, यही मंगल कामना।वर्तमान में संपूर्ण विश्व  कोरोना महामारी से  परेशान है, इस व्याधि से मां हमें पार लगाए, विश्व का दुख वे हरण कर ले, यही उनसे विनम्र प्रार्थना, या देवी सर्वभूतेषु, लक्ष्मी रूपेण संस्थिता, सा माम पातु सरस्वती भगवती नि:शेष जाड्यापहा।
 मां भगवती संपूर्ण विश्व का मंगल करें, जन-जन में सकारात्मकता का संचार हो, सज्जन संगठित हो, दुर्जनो का भी मां कल्याण करें, उनकी गलत प्रवृत्तियों को मां नष्ट करें, उनके चित्त में मंगल भावनाओं का प्रादुर्भाव हो।
              हम सभी के चित्तो में मां की आराधना का भाव आए, हमारी कल्याणकारी शक्ति को वे अपने आशीर्वाद से जागृत करें, हमारी आध्यात्मिक उन्नति हो, मानसिक रूप से हम सुदृढ़ हो, विश्व में शांति हो, विश्व का कल्याण हो, सभी में सुमति बड़े, आपसी सहयोग का वातावरण हो, और अनीति नष्ट हो, नीति पुष्ट हो। सकारात्मक शक्तियों का संवर्धन हो।
         विशेष:-शारदीय नवरात्रि सभी के जीवन में समृद्धि लेकर आए, विश्व का मंगल हो। नीति शिखर पर हो, अनीति का विध्वंस हो, इसी मंगल भाव के साथ आप सभी को पुनः प्रणाम नवरात्रि पर्व की मंगल शुभकामनाएं।
आपका अपना
सुनील शर्मा

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