महाशिवरात्रि

प्रिय पाठक  गण,
सादर नमन,
आप सभी को महाशिवरात्रि की मंगल शुभकामनाएं, आइए शिव जी के जीवन से कुछ प्रेरणा प्राप्त करें, जीवन में जैसे उन्होंने हलाहल का पान किया, वैसे ही हम भी विष को स्वयं ग्रहण करें वह औरों के लिए अमृत छोड़ दे।
इसका सही विवेचन तो यही है कि हम परिवार व समाज के हित में कठिनाइयों को स्वयं वहन करें, परिवार व समाज कल्याण के पथ पर अग्रसर हो, पुनः आप सभी को महाशिवरात्रि की अनेकों अनेक मंगल शुभकामनाएं परमपिता महाकाल चिता की भस्म रमा कर  हमें यह प्रेरणा प्रदान करते हैं कि यह जीवन एक दिन मृत्यु का वरण करेगा, हम समाज में स्वयं का कल्याण समाज कल्याण करते हुए जीवन को जिये।
यही शिवरात्रि का परम भाव है,
ओम नमः शिवाय
सबका कल्याण हो, सभी जीवो में वही शिव है।
आपका अपना
सुनील शर्मा

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