सादर प्रणाम,
आप सभी सुधि पाठक गण को सादर वंदन।
आज हम बात करेंगे समाज में व्याप्त विभिन्न प्रकार की चुनौतियों पर, जब तक हम जीवित हैं, संघर्ष सदा ही रहेगा,
चुनौतियां हमेशा रहेंगी, केवल उनका स्वरूप परिवर्तित होता
जायेगा।
कभी वे पारिवारिक रिश्तों में वह कभी सामाजिक रिश्तों
में मत विभिन्नता के रूप में हमें नजर आयेंगी, यह भी उतना ही सत्य है कि सार्वजनिक जीवन में हमारा स्वयं का जीवन तो
शेष ही नहीं रहता।
विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए हम अनिवार्य रूप से अपने मार्ग की समस्त बाधाओं को अपने बुद्धि कौशल का
उपयोग करते हुए आगे बढे।
जीवन में अगर चुनौतियां ही अगर न हो तो हम समाधान किसका करेंगे।
जीवन का असली आनंद तो तब तक ही है, जब तक जीवन में विभिन्न प्रकार की चुनौतियां मौजूद हो, संघर्ष हो , क्योंकि वही चुनौतियां वह संघर्ष हमें आंतरिक बल प्रदान करता है।
जितनी अधिक चुनौतियां हमारे जीवन में सामने आयेंगी,
हमारा जीवन संघर्ष जितना व्यापक होगा, तो उपलब्धियां भी उतनी ही अधिक होगी।
जीवन की चुनौतियां ही आपके लिए जीवन में अवसर
का भी निर्माण करती है।
विशेष:- चुनौतियां जारी है, तो ही जीवन जारी है, जीवन की
जीवंतता ही इसकी असली ताकत है।
विभिन्न चुनौतियों का सामना करते रहे व जीवन में उपलब्धियां को पाते जाये।
आपका अपना
सुनील शर्मा।
जय हिंद,
जय भारत।
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