सदाबहार व्यक्तित्व

प्रिय पाठक गण,
     सादर नमन, 
आप सभी को मंगल प्रणाम, आप सभी को मेरी यह प्रवाह यात्रा 
कैसी लग रही है, अवश्य बतायें, मेरे जीवन में जो भी अनुभव 
मुझे हुए है, उन सभी अनुभवो को आधार बनाकर ही में यह लेख 
लिखता हूं।
     सदाबहार वक्तित्व ,  इन दो शब्दों में मानो बहुत कुछ छुपा हुआ है, हम सभी के जीवन में हमारी कई लोगों से मुलाकात होती है, हम उनमें से कितने लोगों से तालमेल बिठा पाते हैं, कितने हैं जो आपको याद रह जाते हैं , कितने हैं , जिनकी यादों मे आप बस
जाते हैं, बस यही हमारे जीवन की खूबसूरती है,  इस खूबसूरती में ही मानो सब कुछ छिपा हुआ है।
       अपने जीवन काल में हम जिन लोगों को नहीं भूल पाते, जिनकी हमें आज भी बर -बस याद आ जाती है, सही मायनों में वही सदाबहार व्यक्तित्व के धनी होते हैं, क्या हमने अपने स्वयं  के  जीवन में थोड़ी बहुत भी इस प्रकार की उपलब्धि हासिल की है, अगर हमारी उपस्थिति से लोगों को अच्छा लगता है, तो यकीन मानिये कुछ-कुछ हम भी उस उपलब्धि की ओर बढ़ चले 
हैं, आपकी अनुपस्थिति अगर लोगों को खलने लगे, तब सही 
मायनों में हम एक अच्छे जीवन की और प्रवेश कर चुके हैं।
         अगर लोग आपकी उपस्थिति का इंतजार कर रहे हैं, 
उन्हें आपकी उपस्थिति अच्छी लगती है, वे बेसब्री से 
 आपका इंतजार कर रहे हैं , एक बेकरारी सी उनके दिलों में है,
फिर तो आप जिंदगी की जंग आधी जीत चुके हैं, एक सदाबहार व्यक्तित्व का धनी जहां भी जायेगा, एक चुंबकीय आकर्षण अपने भीतर लेकर जायेगा, अगर आपके व्यक्तित्व में आप यहआकर्षण 
पैदा कर चुके हैं, तो आप एक सदाबहार व्यक्तित्व के मालिक होने की और है। 
      हम अपने बचपन में बीते हुए दिनों में से कितनी शख्सियतों को याद रख पाते हैं, जो भी व्यक्तित्व हमारे मन-मस्तिष्क पर अपनी गहरी छाप छोड़ने में कामयाब हुए, वे सभी सदाबहार 
व्यक्तित्व के ही मालिक थे, जिनकी उपस्थिति मात्र से हमें अच्छा लगता है, वे सभी अपने व्यक्तित्व में कोई गहरी बात लिये होते हैं।
कोशिश करें, हम भी उन सदाबहार व्यक्तित्व के धनी जो भी रहे हैं, उनसे सीख सके, जिस प्रकार हमारी स्मृति में वे है, हमारी मृत्यु उपरांत हम भी किसी की स्मृति में एक अच्छी याद के रूप में रहे, यही हमारी सबसे बड़ी मानवीय उपलब्धि होगी।
विशेष:- हम सभी को अपना जीवन जीना तो होता ही है, क्यों  न इस प्रकार जिसे, पूर्ण जिंदा दिली से, ताकि किसी की स्मृति के
चिरस्थाई अच्छे साथी सके।
आपका अपना 
सुनील शर्मा 
जय भारत 
जय हिंद

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