ज्योतिष, एक विज्ञान-2

प्रिय पाठक गण, 
सादर नमन,
आप सभी को मंगल प्रणाम, 
आज प्रवाह में ज्योतिष विज्ञान पर हम आगे 
चर्चा करेंगे भाग 2 पर। 
अभी तक की चर्चा में हमने 12 राशि व
वन के मूल तत्व व प्रकृति के बारे में चर्चा की,
साथ ही अंक विज्ञान में पांच अंक तक हमने चर्चा की थी, अब उसके आगे फिर हम अंक 6 से चर्चा प्रारंभ करते हैं। 
अंक  ६, इस अंक को शुक्र का अंक माना जाता है, यह एक सौम्य ग्रह है, इस अंक से प्रभावित जातक मगर मुस्कान व सौम्य व्यवहार का मालिक होता है, जीवन में वैभव 
वह विलासिता का कारक यह ग्रह है, सारी शारीरिक शक्ति व कला का भी कारक है।
शुक्र प्रधान जातक मूलत सुख वैभव व
विलासिता प्रधान जातक होते हैं, कला की और इनका रुझान होता है।
अब हम बात करते अंक ७ पर, यह ग्रह मूलतः केतू से प्रभावित होता है, यह हृदय से सोचने वाला अंक है, किसी के भी मानस को पढ़ लेना इस अंक का विशिष्ट गुण है, यह यात्रा के शौकीन होते हैं, इन्हें यात्रा करना बड़ा अच्छा लगता है, यह थोड़े बेचैन स्वभाव के होते हैं,
इन्हें धर्म कार्य से जुड़ने पर लाभ होता है,
विशेष कर इन्हें मंदिर नित्य प्रति जाना चाहिये, वैसे यह हदय के बड़े अच्छे होते हैं, थोड़े भावनात्मक व्यक्ति होते हैं, इन्हें दिल से जुड़े रिश्तों को निभाना अधिक पसंद है। 
वैसे केतु ग्रह अगर बलवान हो तो आपकी चर्चा सब और होती है, क्योंकि यह भावनात्मक रूप से सभी की मदद करने वाला ग्रह है। पढ़ चुकी है यात्रा का भी कारक है, तो मन में भी उथल-पुथल मची रहती है, 
उनकी आंतरिक यात्रा भी जारी रहती है, ऐसा
 क्यों? यह प्रश्न उनके मस्तिष्क में हमेशा रहता
हैं।
अब बात करते हैं नंबर 8 की, यह अंक शनि प्रधान अंक है, शनि न्याय का कारक वह थोड़ा रूखे स्वभाव वाला ग्रह है, यह धीमा चलने वाला, मगर इस तरह से अपने कार्य को करने वाला ग्रह माना जाता है, 8 अंक वाले जातक 
न्याय प्रिय होते हैं, मगर लगातार इनको जीवन में मेहनत करना पड़ती है, इस अंक के प्रभाव के कारण यह उनके जीवन में होता ही है, यह निराशा जल्दी हो जाते हैं। मगर उनके स्वभाव में न्याय प्रियता देखी जाती है। 
कब आते हैं अंक ९ पर, यह अंक मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है, मंगल भूमि व भवन,
शौर्य, साहसिक कार्य इसके अंतर्गत आते हैं,
अंक नौ से प्रभावित व्यक्ति किसी के आगे
झुकना पसंद नहीं करते, इन्हें अपना स्वाभिमान बड़ा प्यारा होता है, वैसे ये उदार
चित्स्वत भाव के होते हैं।  इन्हें सेनापति का दर्जा प्राप्त है। जहां साहस व शौर्य का कार्य हो, ईशान से के जातक अच्छी तरह कर सकते हैं, इनके जीवन में संघर्ष अधिक देखा गया है, मगर यह संघर्ष से घबराते नहीं है। 
उसका डटकर सामना करते हैं। 
इस प्रकार 1 से 9 तक अंक का अपना-अपना स्वभाव है, और वह इस अंक से प्रभावित जातक के व्यक्तित्व में आपको देखने को मिलेगा।
विशेष:-ज्योतिष विज्ञान वास्तव में एक अद्भुत विज्ञान है, जिस पर जितना शोध किया जाए उतने अधिक नए आयाम आपको प्राप्त होंगे।

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